दोहे - सावन में शिव भक्ति

■ सावन आया सावन मास है , मंदिर लगी कतार । भक्त डूबते भक्ति में, गूँज रही जयकार ।। लिंग रूप भगवान का, पूजन करते भक्त । कर दर्शन शिवलिंग के, हुआ हृदय अनुरक्त । ओघड़दानी देव शिव, बाबा भोलेनाथ । जपें नाम सब आपका, जोड़े दोनों हाथ ।। करो कृपा मुझ दीन पर, हे शिव गौरीनाथ । हर लो दुख संताप प्रभु, सर पर रख दो हाथ ।। बम बम भोले बोलकर, भक्त करें जयकार । विधिवत व्रत पूजन करें, मिलती खुशी अपार ।। ■ काँवड काँधे में काँवड सजे, होंठों मे शिव नाम । शिव शंकर की भक्ति से, बनते बिगड़े काम ।। काँवड़िया काँवड़ लिये, चलते नंगे पाँव । बम बम के जयघोष से, गूँज रहे हैं गाँव ।। काँधे पर काँवड़ लिये, भक्त चले हरिद्वार । काँवड़ गंगाजल भरे, चले शंभु के द्वार ।। काँवड़िया काँवड़ लिए , गाते शिव के गीत । जीवन उनका धन्य है, शिव से जिनको प्रीत ।। सादर अभिनंदन🙏🙏 पढ़िये भगवान शिव पर आधारित कुण्डलिया छंद निम्न लिंक पर ● हरते सबके कष्ट सदाशिव भोले शंकर
सभी हायकु बहुत बढ़िया है,सुधा दी।
जवाब देंहटाएंअत्यंत आभार एवं धन्यवाद ज्योति जी!उत्साहवर्धन हेतु।
हटाएंआपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज शनिवार 29 अगस्त 2020 को साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंजी!यशोदा जी तहेदिल से धन्यवाद आपका।
हटाएंसादर आभार।
लाजवाब हाइकु । विविधताओं से परिपूर्ण । अति सुन्दर ।
जवाब देंहटाएंउत्साहवर्धन हेतु अत्यंत आभार एवं धन्यवाद मीना जी!
हटाएंसुन्दर
जवाब देंहटाएंसहृदय धन्यवाद आ. जोशी जी!
हटाएंसटीक हाइकू...वाह सुधा जी
जवाब देंहटाएंहार्दिक धन्यवाद अलकनंदा जी!
हटाएंसादर आभार।
सुंदर हाइकु.....
जवाब देंहटाएंअत्यंत आभार एवं धन्यवाद विकास जी!
हटाएंबाखूबी हाथ आजमाया है इस हाइकू की विधा में भी आपने ... स्पष्ट, तीखे, सामयिक और लाजवाब हैं सभी ...
जवाब देंहटाएंऐसे ही लिखती रहे ... मेरी बहुत बहुत शुभकामनायें ...
आपकी अनमोल प्रतिक्रिया पाकर सृजन सार्थक हुआ आ.नासवा जी!
हटाएंहार्दिक धन्यवाद एवन आभार आपका।
लॉक डाउन का सामयिक चित्रण।
जवाब देंहटाएंहार्दिक धन्यवाद सर!
हटाएंसादर आभार।