बधाई शुभकामनाएं

आओ लौटें ब्लॉग पर, लेखन सुलेख कर एक दूसरे से फिर, वही मेल भाव हो । पंच लिंक का आनंद,मंच सजे सआनंद हर एक लिंक सार, पढ़ने का चाव हो । सम्मानित चर्चाकार, सम्भालें हैं कार्यभार स्थापना दिवस आज, पूरा हर ख़्वाव हो । शुभकामना अनेक, मंच फले अतिरेक ऐसे नेक कार्य हेतु, मन से लगाव हो । पंच लिंक की चौपाल, सजे यूँ ही सालों साल बधाई शुभकामना, शुद्ध मन भाव हो । मेरी एक और रचना निम्न लिंक पर 👇 ब्लॉग से मुलाकात.. बहुत समय के बाद
बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंये दुनिया तेरी, जिन्दगानी तेरी,
जवाब देंहटाएंबस यूँ जीना सिखाना तेरा काम है.....
बहुत सुन्दर विनती ...बहुत सुन्दर सृजन सुधा जी ।
हार्दिक धन्यवाद मीना जी!
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जवाब देंहटाएंन हो कोई शिकवा ,न कोई गिला
बस तेरे गुण ही यूँ गुनगुनाते रहें,
जीवन दर्शन जो दिया तूने,
शुकराने तेरे मन में गाते रहें........
नयी उम्मीद मन में जगाते रहें....
बहुत सुंदर,प्रभु का शुकराना अदा करती हुई विनती,मगर सभी ऐसा नहीं करते उन्हें तो बस और की चाह होती है जो प्रभु ने दिया उसका शुक्रिया कभी नहीं करते। बेहतरीन अभिय्वक्ति सुधा जी,सादर नमन आपको
जी कामिनी जी और की चाह में जो है उसका शुकराना नहीं करते...
हटाएंहार्दिक धन्यवाद एवं आभार उत्साहवर्धन हेतु।
डर भी है लाजिमी, इन राहों पर,
जवाब देंहटाएंकहीं खाई है, तो कभी तूफान हैं
कभी राही मिले जाने-अनजाने से,
कहीं राहें बहुत ही सुनसान हैं
वाह बहुत सुंदर गीत सुंदर भाव सुंदर शब्द संयोजन सुधा जी।
तहेदिल से धन्यवाद एवं आभार कुसुम जी उत्साहवर्धन हेतु।
हटाएंसादर नमस्कार ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (5-4-22) को "शुक्रिया प्रभु का....."(चर्चा अंक 4391) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी।
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कामिनी सिन्हा
हृदयतल से धन्यवाद एवं आभार कामिनी जी मेरी रचना को चर्चा मंच के लिए चयन करने हेतु।
हटाएंआज भी उतना ही प्रेरक ।
जवाब देंहटाएंअप्रतिम सृजन।
हृदयतल से धन्यवाद एवं आभार कुसुम जी!
हटाएंबहुत सुन्दर और भावपूर्ण प्रस्तुति प्रिय सुधा जी।इन्सान का सबसे बड़ा गुण कृतज्ञता है,जो यदि उसमें ना हो तो वह इन्सान कहाने लायक हरगिज नहीं है।हम सब के लिए जीवन की जो भी व्यवस्थायें हैं उनमें ईश्वर का ही अनुग्रह है।उसी की इस व्यवस्था के अनुरुप हमारा जीवन गतिमान है।बहुत ही सरल और सहज शब्दों में ईश्वर का शुक्रिया अदा करने का आग्रह बहुत हृदयस्पर्शी है।सच में शुकराना उस अदृश्य शक्ति का जिसनें इतने सशक्त संबल प्रदान किये और जीवन के श्वेत श्याम रंगों से परिचय करवाया।हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई इस भावपूर्ण अभिव्यक्ति के लिए 👌👌❤❤🌹🌹🙏
जवाब देंहटाएंतहेदिल से धन्यवाद एवं आभार रेणु जी सारगर्भित एवं अनमोल प्रतिक्रिया से रचना को सार्थकता प्रदान करने हेतु।
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