व्रती रह पूजन करते





Godprayer
चित्र : साभार pixabay से......



{1}

 बदली में छुपते फिरे, सावन मास मयंक।

दर्शन को मचले धरा, गगन समेटे अंक ।

गगन समेटे अंक , बहुत  ही लाड-लड़ाये।

भादो बरसे मेघ, कौन अब तुम्हें छुपाये।

कहे धरा मुस्काय, शरद में मत छुप जाना।

व्रती निहारे चाँद, प्रेमरस तुम बरसाना ।।


                         {2}

नवराते में गूँजते, माँ के भजन संगीत ।

जयकारे करते सभी,  माँ से जिनको प्रीत।

माँ से जिनको प्रीत, व्रती रह पूजन करते।

पा माँ का आशीष, कष्ट जीवन के हरते।

कहे सुधा करजोरि, करो माँ के जगराते।

हो जीवन भयमुक्त, सफल जिनके नवराते।


व्रती -- उपवासी

टिप्पणियाँ

  1. वाह ! नवरात्रि व्रत को सार्थक करती सुंदर भावभरी कुंडलियाँ, नवरात्रि के पवन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई सुधा जी 💐💐

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. तहेदिल से धन्यवाद जिज्ञासा जी!
      आपको भी नवरात्रि पर्व की बहुत बहुत शुभकामनाएं।

      हटाएं
  2. नवरात्रि की बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, सुधा दी।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. हार्दिक धन्यवाद ज्योति जी!
      नवरात्रि की अनंत शुभकामनाएं आपको।

      हटाएं
  3. उत्तर
    1. तहेदिल से धन्यवाद आदरणीय कैलाश जी!
      ब्लॉग पर आपका स्वागत है।

      हटाएं
  4. उत्तर
    1. आपको भी नवरात्रि पर्व की अनंत शुभकामनाएं आ. प्रवीण जी!
      सादर आभार।

      हटाएं
  5. तहेदिल से धन्यवाद आ.यशोदा जी मेरी रचना को मंच प्रदान करने हेतु।
    सादर आभार।

    जवाब देंहटाएं
  6. तहेदिल से धन्यवाद आ.आलोक जी !
    नवरात्रि पर्व की अनंत शुभकामनाएं आपको।

    जवाब देंहटाएं
  7. बदली में छुपते फिरे, सावन मास मयंक।
    दर्शन को मचले धरा, गगन समेटे अंक ।
    गगन समेटे अंक , बहुत ही लाड-लड़ाये।
    भादो बरसे मेघ, कौन अब तुम्हें छुपाये।
    कहे धरा मुस्काय, शरद में मत छुप जाना।
    व्रती निहारे चाँद, प्रेमरस तुम बरसा

    बहुत ही सुंदर प्रस्तुति ✨✨😍

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. तहेदिल से धन्यवाद एवं आभार प्रिय मनीषा जी!

      हटाएं
  8. नवरात्रि पर बहुत ही सुंदर शब्द भाव।

    जवाब देंहटाएं
  9. नवराते में गूँजते, माँ के भजन संगीत ।
    जयकारे करते सभी, माँ से जिनको प्रीत।
    नवरात्रि का संदेश देती सुंदर पंक्तियां!--ब्रजेंद्रनाथ

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. हार्दिक धन्यवाद एवं आभार आदरणीय!
      ब्लॉग पर आपका स्वागत है।

      हटाएं

एक टिप्पणी भेजें

फ़ॉलोअर

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

ज़िन्दगी ! समझा तुझे तो मुस्कराना आ गया

गई शरद आया हेमंत

पा प्रियतम से प्रेम का वर्षण