शिक्षक दिवस (दोहे)

🙏सभी गुरुजनों को सादर प्रणाम 🙏 💐शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 💐 शिक्षक शिक्षा दे रहे, गुरु देते हैं ज्ञान । शिक्षा के उत्थान से, ज्ञानी बने महान ।। शिक्षक पुंज प्रकाश के, गुरु दिखलाते राह । विश्वजीत बनते वही, अंतर मिलती थाह ।। सद्गुरु का ले आसरा , पायें अंतर ज्ञान । अनुशासित जीवन जिएं, मिले तभी सम्मान ।। शिक्षक भी संज्ञान लें, डिजिटल युग है आज । पोथी अब लिखते नहीं ,कम्प्यूटर पर काज ।। शिक्षक भी संज्ञान लें , बड़े चतुर हैं छात्र । अनुशासित जीवन करें, केवल शिक्षण मात्र ।। सादर आभार आपका 🙏 पढ़िए गुरु की महिमा पर आधारित एक और रचना ● ज्ञान के भंडार गुरुवर
आनन्द आया रचना पढ़ .., प्राणायाम करते ,घूमते और बंक मारते आपकी कविता याद आया करेगी अब से ।बहुत उपयोगी संदेश के साथ मनमुग्ध करती कविता ।
जवाब देंहटाएंतहेदिल से धन्यवाद मीना जी !
हटाएंलोहड़ी एवं मकरसंक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं ।
श्वासों की आवा-जाही पे,
जवाब देंहटाएंधरें जो थोड़ा ध्यान ।
दिल दिमाग को स्वस्थ बनाये,
अद्भुत प्राणायाम ।
आधुनिक युग के जिम चलन पर करारा व्यंग और आध्यात्म- प्राणायाम पर ध्यान आकर्षित करातीं बहुत ही सुन्दर सृजन सुधा जी,४०-५० साल के लोगों की हार्ट अटैक से मरने की बढ़ती संख्या ने चिंतित कर दिया है, समस्या दिमाग में है और ध्यान शरीर का रखा जा रहा है।🙏
सही कहा आपने कामिनी जी ! तहेदिल से धन्यवाद एवं आभार ।
हटाएंलोहड़ी एवं मकरसंक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं ।
अच्छी कविता. सादर अभिवादन
जवाब देंहटाएंहार्दिक धन्यवाद आदरणीय !
हटाएंलोहड़ी एवं मकरसंक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं ।
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में" रविवार 14 जनवरी 2024 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद! !
जवाब देंहटाएंतहेदिल से धन्यवाद एवं आभार यशोदा जी मेरी रचना पाँच लिंकों के आनंद मंच के लिए चयन करने हेतु ।
हटाएंसही कहा
जवाब देंहटाएंहार्दिक धन्यवाद एवं आभार आ. ओंकार जी !
हटाएंवाह
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार एव धन्यवाद आ.जोशी जी !
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