गुरुवार, 30 जुलाई 2020

सुहानी भोर


sunrise

उदियांचल से सूर्य झांकता,
पनिहारिन सह चिड़िया चहकी।
कुहकी कोयल डाल-डाल पर,
ताल-ताल पर कुमुदिनी महकी।
निरभ्र आसमां खिला-खिला सा,
ज्यों स्वागत करता हो रवि का।
अन्तर्द्वन्द उमड़े भावों से,
लिखने को मन आतुर कवि का।।

दुहती ग्वालिन दुग्ध गरगर स्वर,
चाटती बछड़ा गाय प्यार से।
गीली-गीली चूनर उसकी,
तर होती बछड़े की लार से।
उद्यमशील निरन्तर कर्मठ,
भान नहीं उनको इस छवि का।
अन्तर्द्वन्द उमड़े भावों से,
लिखने को मन आतुर कवि का

कहीं हलधर हल लिए काँध पर,
बैलों संग खेतों में जाते।
सुरभित बयार से महकी दिशाएं,
कृषिका का आँचल महकाते।
सुसज्जित प्रकृति भोर में देखो,
मनमोहती हो जैसे अवि का।
अन्तर्द्वन्द उमड़े भावों से,
लिखने को मन आतुर कवि का

         चित्र, साभार गूगल से...

39 टिप्‍पणियां:

शैलेन्द्र थपलियाल ने कहा…

बहुत सुंदर दुहती ग्वालिन दुग्ध गरगर स्वर,
चाटती बछड़ा गाय प्यार से।
गीली-गीली चूनर उसकी,
तर होती बछड़े की लार से।
उद्यमशील निरन्तर कर्मठ,.......
खबसूरत रचना।

मन की वीणा ने कहा…

भोर बेला का नयनाभिराम दृश्य प्रस्तुत करता मधुरिम नव गीत सुना जी।
मनहर मोहक।

Jyoti Dehliwal ने कहा…

सुधा दी, सुबह की बेला का बहुत ही सुंदर दृश्य उकेरा है आपने।

उर्मिला सिंह ने कहा…

गांव के भिनसार (सबेरा) का दृश्य आपने अपनी रचना के माध्यम से दिखला दिया।बहुत सुन्दर।👌👌

Anuradha chauhan ने कहा…

निरभ्र आसमां खिला-खिला सा,
ज्यों स्वागत करता हो रवि का।
अन्तर्द्वन्द उमड़े भावों से,
लिखने को मन आतुर कवि का।। बेहद खूबसूरत नवगीत सखी

Sudha Devrani ने कहा…

सस्नेह आभार, भाई!

Sudha Devrani ने कहा…

हृदयतल से धन्यवाद एवं आभार कुसुम जी!

Sudha Devrani ने कहा…

बहुत बहुत धन्यवाद ज्योति जी!
सस्नेह आभार।

Sudha Devrani ने कहा…

अत्यंत आभार एवं धन्यवाद उर्मिला जी !

Sudha Devrani ने कहा…

हार्दिक धन्यवाद एवं आभार सखी!

Sudha Devrani ने कहा…

सहृदय आभार एवं धन्यवाद मीना जी सहयोग हेतु।

~Sudha Singh vyaghr~ ने कहा…

बहुत खूबसूरत दृश्य उकेरा है आपने 👌👌

उर्मिला सिंह ने कहा…

बहुत सुन्दर भोर का दृश्य लिखा आपने।

Gajendra Bhatt "हृदयेश" ने कहा…

बहुत सुन्दर रचना सुधा जी!

Sudha Devrani ने कहा…

हृदयतल से धन्यवाद एवं आभार सुधा जी!

Sudha Devrani ने कहा…

अत्यंत आभार एवं धन्यवाद उर्मिला जी!

Sudha Devrani ने कहा…

हार्दिक धन्यवाद आदरणीय सर!
ब्लॉग पर आपका स्वागत है
सादर आभार।

hindiguru ने कहा…

सुंदर और सराहनीय बेहतरीन प्रस्तुति

शुभा ने कहा…

वाह !सुधा जी ,अनुपम भावाभिव्यक्ति

Sudha Devrani ने कहा…

हार्दिक धन्यवाद राकेश जी !

Sudha Devrani ने कहा…

अत्यंत आभार एवं धन्यवाद शुभा जी!

जितेन्द्र माथुर ने कहा…

बहुत ही सुंदर कविता (शब्द-चित्र भी कह सकते हैं इसे) । अभिनन्दन सुधा जी ।

Sudha Devrani ने कहा…

हार्दिक धन्यवाद एवं आभार माथुर जी !

Satish Saxena ने कहा…

वाह , बढ़िया रचना

Sudha Devrani ने कहा…

सादर धन्यवाद एवं आभार सर!

ANIL DABRAL ने कहा…

बहुत सुंदर रचना, अभी आप मुझे मेरे गांव से घुमा के ले आये। धन्यवाद

Sudha Devrani ने कहा…

अत्यंत आभार एवं धन्यवाद डबराल जी!

Harash Mahajan ने कहा…

वाह बहुत खूब

Sudha Devrani ने कहा…

अत्यंत आभार एवं धन्यवाद सर!

दिगम्बर नासवा ने कहा…

आँखों के सामने से एक चलचित्र की तरह गाँव और भोर का दृश्य गुज़र गया ...
सुन्दर शब्दो से संजोती पोस्ट ... सजीली और सुन्दर रचना ...
लाजवाब ... श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई ....

Sudha Devrani ने कहा…

हार्दिक धन्यवाद एवं आभार नासवा जी उत्साहवर्धन करती प्रतिक्रिया हेतु।

Nilesh.maheshwari ने कहा…

बहुत खूब जी, हम भी अपने ब्लॉग पर अनमोल विचार लिखते हैं प्रेरणादायक सुविचार

Sudha Devrani ने कहा…

जी , धन्यवाद आपका। आपके ब्लॉग पर हो आयी हूँ मैं....बहुत सुन्दर और वाकई प्रेरणादायक विचार लिखे हैं आपने।

रेणु ने कहा…

दुहती ग्वालिन दुग्ध गरगर स्वर,
चाटती बछड़ा गाय प्यार से।
गीली-गीली चूनर उसकी,
तर होती बछड़े की लार से।
उद्यमशील निरन्तर कर्मठ,
भान नहीं उनको इस छवि का।
अन्तर्द्वन्द उमड़े भावों से,
लिखने को मन आतुर कवि का वाह अत्यंत मनभावन काव्य चित्र प्रिय सुधा जी | एक दम छायावादी कवियों सी सधी शैली में सुकोमल शब्दावली में लिख मन को अहलादित कर दिया आपने | सुंदर रचना हेतु हरिक शुभकामनाएं और बधाई |

Sudha Devrani ने कहा…

अत्यंत आभार एवं धन्यवाद सखी! अनमोल प्रतिक्रिया से उत्साहवर्धन हेतु।

आलोक सिन्हा ने कहा…

बहुत अच्छी रचना है |

Sudha Devrani ने कहा…

अत्यंत आभार आ.आलोक जी!

जितेन्द्र माथुर ने कहा…

अत्यन्त सुंदर, मनमोहक कविता है यह सुधा जी आपकी - ग्राम की वायु एवं मिट्टी की गंध समाहित किये हुए ।

Sudha Devrani ने कहा…

अत्यंत आभार एवं धन्यवाद आ. जितेन्द्र जी उत्साहवर्धन हेतु।

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