रविवार, 1 मार्च 2020

हायकु



cute little flowers

1.   
    हरीरा गन्ध~
 बीमा पत्रक पर
  पुत्री का नाम....

2.
   पहाड़ी वन~
पेड़ो से पत्ते काटे
  ग्रामीण नारी....

3.
   ब्रह्म मुहूर्त~
पोथी पर सिर टेके
 सोया विद्यार्थी....

4.
 श्रावण साँझ~
दलदल में फँसा
हाथी का बच्चा....

5.
  काष्ठ संदूक ~
डायरी के पन्नों में
 सूखा गुलाब.....

6.
   सागर तट~
जलमग्न चाँद को
 ताके चकोर......

7.
   निर्जन पथ~
फटे वस्त्र लपेटे
  चलती नारी......

8.
  भोर लालिमा ~
कचड़े के ढ़ेर में
   शिशु रूदन......

9.
   मावठ भोर ~
लहसुन की क्यारी में
  नन्ही चप्पल....

10.
     शराब गन्ध
छात्र के गिलास से~
   शाला प्रांगण......

11.
    अक्षय तीज ~
नन्ही दुल्हन लेती
  थाली में फेरे....

12.
  ओला वृष्टि ~
मृतक के हाथ में
   खाली कटोरा......

13.
   चाय बागान ~
घूमती रमणी की
    फटी चुनरी......

14.
   वृद्ध आश्रम ~
पूजा करती अम्मा
  पौत्र जन्म पे......

15.
   वीरान पथ~
पुत्र शव के पास
  बेसुध माता.....

16.
     भोर कुहासा ~
बुझे अलाव पास
  वृद्ध का लाश......

17.
    गिरी पथ में
नारी का नीला शव~
  साँध्य लालिमा.....

18.
   धान के खेत
उजाड़ी नीलगाय~
  रात्रि पहर.....

19.
   ज्येष्ठ मध्याह्न ~
 ईंटों के बोझ तले
   गर्भवती नारी......

20.
  फाग पूर्णिमा ~
महिला मुख पर
 गोबर छींटे.......

 
   

 




44 टिप्‍पणियां:

गोपेश मोहन जैसवाल ने कहा…

वाह सुधा जी !
दिल को कचोटने वाले हाइकू !
कचड़े के ढेर में मिला शिशु हो, या पुत्र के शव पर रोती हुई माँ हो या फिर चाय के बाग़ में अपनी चुनरी के साथ अपनी अस्मत को भी तार-तार करवाने वाली असहाय युवती हो, इन सबका चित्रण दिल को छू गया.

विश्वमोहन ने कहा…

सच कहूँ तो हाइकु पढ़ने में आपने मेरी रुचि जगा दी। बहुत सुंदर दृश्य संयोजन। बधाई और आभार।

Jyoti Dehliwal ने कहा…

बहुत ही सुंदर हायकु,सुधा दी।

Ritu asooja rishikesh ने कहा…

सुन्दर हाइकु सुधा जी

पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा ने कहा…

संज्ञाविहीन हाइकु में भाव पिरोने का कार्य किया है आपने। अभिरुचि, बहुधा, हृदय के तार झंकृत होने से ही पैदा होते हैं। परन्तु, यह विधा कभी मेरी अभिरुचि अनुकूल न रही, हालांकि एक दो कोशिश मैंने भी की।
आपकी हाइकु अत्यंत ही प्रखर व प्रभावशाली लगी।
आपकी कलम व लेखनी को नमन आदरणीया सुधा देवरानी जी।

Sudha Devrani ने कहा…

आभारी हूँ सर!आपकी अनमोल प्रतिक्रिया से उत्साह द्विगुणित हुआ एवं श्रम साध्य... हृदयतल से धन्यवाद आपका।

Sudha Devrani ने कहा…

हार्दिक धन्यवाद आपका उत्साहवर्धन करने हेतु....
सादर आभार।

Sudha Devrani ने कहा…

हृदयतल से धन्यवाद ज्योति जी !
सस्नेह आभार।

Sudha Devrani ने कहा…

बहुत बहुत धन्यवाद रितु जी !

Sudha Devrani ने कहा…

आभारी हूँ पुरुषोत्तम जी! उत्साहवर्धन हेतु
आपको मेरे हायकु पसंद आये श्रम साध्य हुआ तहेदिल से धन्यवाद आपक।

anita _sudhir ने कहा…

बहुत ही प्रभावशाली हाइकु

Anita Laguri "Anu" ने कहा…

जीवन के हर रंग को समाहित किया है आपने अपनी हाइकु में, ज्येष्ठ मध्याह्न ~
ईंटों के बोझ तले
गर्भवती नारी......
यह पंक्तियां दिल को छू गई इतनी कम शब्दों में आपने एक गर्भवती नारी की व्यथा को दर्शा दिया.. यूँँ महसूस हुआ कि यह सभी घटनाएं आंखों के सामने ही हो रही है वाकई में एक अलग ही अनुभव रहा आज आपकी सभी हाइकु को पढ़कर लिखते रहा कीजिए धन्यवाद एवं शुभकामनाएं..।

मन की वीणा ने कहा…

शानदार हाइकु सुधा जी सुंदर बिंब यथार्थ के पास के हाइकु ।

Meena Bhardwaj ने कहा…

जीवन के विविध रंगों को दर्शाते बहुत उम्दा हाइकु जो हृदयस्पर्शी भी हैं और प्रभावशाली भी ।अत्यंत सुन्दर सृजन सुधा जी ।

Sudha Devrani ने कहा…

हार्दिक धन्यवाद अनीता जी !
सस्नेह आभार।

Sudha Devrani ने कहा…

आभारी हूँ अनीता जी उत्साहवर्धन करती प्रतिक्रिया हेतु...
तहेदिल से धन्यवाद आपका।

Sudha Devrani ने कहा…

आभारी हूँ कुसुम जी हृदयतल से धन्यवाद आपका।

Sudha Devrani ने कहा…

तहेदिल से धन्यवाद मीना जी उत्साहवर्धन हेतु...
सस्नेह आभार।

Anuradha chauhan ने कहा…

बेहतरीन हाइकु सखी

Ravindra Singh Yadav ने कहा…

जी नमस्ते,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार (02-03-2020) को 'सजा कैसा बाज़ार है?' (चर्चाअंक-3628) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
*****
रवीन्द्र सिंह यादव

रेणु ने कहा…

वाह! सखी , गागर में सागर हाइकु | आदरणीय गोपेश जी ने सच कहा , मन को कचोटने वाले हाइकू हैं | जीवन के मार्मिक चित्र प्रस्तुत किये हैं आपने | मैंने भी हाइकू लिखने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली | पर आपके बहुत बढिया हाइकू जीवन की अलग और मार्मिक तस्वीरें प्रस्तुत करते हैं | हार्दिक शुभकामनाएं आपके लिए |

Onkar ने कहा…

बहुत सुन्दर

Sudha Devrani ने कहा…

हृदयतल से धन्यवाद सखी !
ये आप सभी के मार्गदर्शन से सम्भव हो पाया है...
सस्नेह आभार।

Sudha Devrani ने कहा…

तहेदिल से धन्यवाद रविन्द्र जी !मेरी रचना प्रतिष्ठित मंच पर साझा कर उत्साहवर्धन हेतु....।
सादर आभार।

Sudha Devrani ने कहा…

तहेदिल से धन्यवाद सखी उत्साहवर्धन हेतु,
सच कहूँ तो मेरे लिए भी हायकु लिखना आसान नहीं ये तो हायकु की सुगंध मंच पर प्रिय सखी आ. अभिलाषा जी आ. अनुराधा जी आ. निधि जी एवं अन्य प्रबुद्ध जनों के मार्गदर्शन एवं सहयोग से सफल हो पाया है...मैं सदैव उन सभी सखियों की आभारी रहुंगी जिनके अथक प्रयास से मैं इस रोचक विधा को सीख रही हूँ।

Sudha Devrani ने कहा…

हार्दिक धन्यवाद लोकेश जी !
सादर आभार।

Sudha Devrani ने कहा…

हृदयतल से धन्यवाद ओंकार जी !
सादर आभार।

VenuS "ज़ोया" ने कहा…

एक से बढ़कर एक और हर एक लाजवाब
बधाई



ये मेरा पसंदीदा हुआ .

काष्ठ संदूक ~
डायरी के पन्नों में
सूखा गुलाब..

Sudha Devrani ने कहा…

हृदयतल से धन्यवाद जोया जी!
सादर आभार...।

Sweta sinha ने कहा…

सुधा जी बेहद सुंदर,सराहनीय और संदेशात्मक हायकु है सारे। आपकी रचनात्मकता जीवन के हर रुप से भली भाँति
परिचित करवाती है। हर विधा में आपकी सृजनात्मकता अपनी अलग छाप छोड़ जाती है।

Sudha Devrani ने कहा…

तहेदिल से धन्यवाद ध्रुव जी !मेरी रचना शामिल करने हेतु...
सादर आभार।

Sudha Devrani ने कहा…

हृदयतल से धन्यवाद श्वेता जी ! आपकी सराहनीय प्रतिक्रिया से मुझे संबल मिलता है और लिखने को प्रेरित होती हूँ मैं...
तहेदिल से शुक्रिया एवं अत्यंत आभार आपका।

संजय भास्‍कर ने कहा…

मावठ भोर ~
लहसुन की क्यारी में
नन्ही चप्पल....
अरे वह बहुत ही सुंदर हायकु,सुधा जी

Sudha Devrani ने कहा…

हृदयतल से धन्यवाद, संजय जी !
सादर आभार।

Ritu asooja rishikesh ने कहा…

बहुत सुंदर हाइकु सुधा जी शुभकामनाएं

Sudha Devrani ने कहा…

आदरणीय ध्रुव जी आपका तहेदिल से आभार एवं धन्यवाद ...श्रेष्ठ रचनाओं में मेरी रचना का चयन होना मेरे लिए अत्यंत हर्ष की बात है। इस तरह मनोबल बढ़ाने
के लिए मैं प्रतिष्ठित लोकतंत्र संवाद मंच की आभारी हूँ ।

Sudha Devrani ने कहा…
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
Sudha Devrani ने कहा…

सहृदय धन्यवाद रितु जी !
सस्नेह आभार।

'एकलव्य' ने कहा…

'लोकतंत्र संवाद' मंच साहित्यिक पुस्तक-पुरस्कार योजना भाग-१ का परिणाम घोषित।


परिणाम
( नाम सुविधानुसार व्यवस्थित किये गये हैं। )
१. लाश की नागरिकता / विश्व मोहन
२ . सर्वोपरि / रोहितास घोड़ेला
३. एक और तमस / गोपेश मोहन जैसवाल
४. हायकु /सुधा देवरानी ( श्रेष्ठ रचना टिप्पणियों की संख्या के आधार पर )
५. एक व्यंग्य : तालाब--मेढक---- मछलियाँ /आनंद पाठक ( रचना की उत्कृष्टता के आधार पर )

नोट: प्रथम श्रेणी में रचनाओं की उत्कृष्टता के आधार पर दो रचनाएं चुनी गयीं हैं। इन सभी रचनाकारों को लोकतंत्र संवाद मंच की ओर से ढेर सारी शुभकामनाएं। आप सभी रचनाकारों को पुरस्कार स्वरूप पुस्तक साधारण डाक द्वारा शीघ्र-अतिशीघ्र प्रेषित कर दी जाएंगी। अतः पुरस्कार हेतु चयनित रचनाकार अपने डाक का पता पिनकोड सहित हमें निम्न पते (dhruvsinghvns@gmail.com) ईमेल आईडी पर प्रेषित करें! अन्य रचनाकार निराश न हों और साहित्य-धर्म को निरंतर आगे बढ़ाते रहें। हम आज से इस पुरस्कार योजना के अगले चरण यानी कि 'लोकतंत्र संवाद' मंच साहित्यिक पुस्तक-पुरस्कार योजना भाग-२ में प्रवेश कर रहे हैं। जो आज दिनांक ०१ /०४ /२०२० (बुधवार) से प्रभावी होगा। विस्तृत सूचना हेतु दिये गये लिंक पर जाएं! सादर

https://loktantrasanvad.blogspot.com/2020/04/blog-post.html?spref=fb&fbclid=IwAR0-lgJa6aT8SspHX1Ew6jo-nfUg9GleZcXuOdv-BHBfnV62sq5nQL3bJOo


https://loktantrasanvad.blogspot.in/

रेणु ने कहा…

प्रिय सुधा जी , आपके हाइकू प्रतिष्टित मंच पर पुरस्कृत हुए | जिसके लिए आप बधाई की पात्र हैं | हार्दिक शुभकामनाएं आपको | नयी विधा सीखकर आपने प्रतिभा एक और बार सिद्ध कर दी है | मुझे पहले ही लग रहा था आपके हाइकू बहुत लाजवाब हैं | हालाँकि मैं इस विधा को सीख ना पायी| एक बार फिर बधाई | यूँ ही आगे बढती रहिये | सस्नेह --

Sudha Devrani ने कहा…

बहुत बहुत धन्यवाद आपका सखी!मेरे हायकु आप सभी की टिप्पणियों के कारण ही चयनित हुए हैं तो इस पुरस्कार का श्रेय आप सभी को जाता है। इसके लिए मैं हमेशा हमेशा आप सभी साथियों की आभारी हूँ।
सस्नेह।

Sudha Devrani ने कहा…

इस सम्मान के लिए हृदयतल से आभार जवं धन्यवाद ध्रुव जी !

रेणु ने कहा…

😍🥰😍🥰😍💐💐🙏🙏

Radhey ने कहा…

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