बी पॉजिटिव

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  "ओह ! कम ऑन मम्मा ! अब आप फिर से मत कहना अपना वही 'बी पॉजिटिव' ! कुछ भी पॉजिटिव नहीं होता हमारे पॉजिटिव सोचने से ! ऐसे टॉक्सिक लोगों के साथ इतने नैगेटिव एनवायरनमेंट में कैसे पॉजिटिव रहें ?   कैसे पॉजिटिव सोचें जब आस-पास इतनी नेगेटिविटी हो ?.. मम्मा ! कैसे और कब तक पॉजिटिव रह सकते हैं ? और कोशिश कर भी ली न तो भी कुछ भी पॉजिटिव नहीं होने वाला !  बस भ्रम में रहो ! क्या ही फायदा ? अंकुर झुंझलाहट और  बैचेनी के साथ आँगन में इधर से उधर चक्कर काटते हुए बोल रहा था ।  वहीं आँगन में रखी स्प्रे बोतल को उठाकर माँ गमले में लगे स्नेक प्लांट की पत्तियों पर जमी धूल पर पानी का छिड़काव करते हुए बोली, "ये देख कितनी सारी धूल जम जाती है न इन पौधों पर । बेचारे इस धूल से तब तक तो धूमिल ही रहते है जब तक धूल झड़ ना जाय" ।   माँ की बातें सुनकर अंकुर और झुंझला गया और मन ही मन सोचने लगा कि देखो न माँ भी मेरी परेशानी पर गौर ना करके प्लांट की बातें कर रही हैं ।   फिर भी माँ का मन रखने के लिए अनमने से उनके पास जाकर देखने लगा , मधुर स्मित लिए माँ ने बड़े प्यार से कहा "ये देख ...

हरते सबके कष्ट सदाशिव भोले शंकर

 

God Shiva



                      【1】

शंकर भोलेनाथ शिव , नंदीश्वर, भगवान ।

बाघम्बर भैरव शिवा, शम्भू कृपा निधान ।

शम्भू कृपा निधान, उमापति बम बम भोले ।

अवढर दानी नाथ, सभी की किस्मत खोले ।

जपते नमः शिवाय, भक्त सावन में घर घर  ।

हरते सबके कष्ट, सदाशिव भोले शंकर  ।।



                          【2】

शिवशंकर कैलाशपति , महिमा अपरम्पार ।

शशिशेखर विरुपाक्ष शिव,जग के पालनहार ।

जग के पालनहार,  दीन के हैं रखवारे ।

बम बम भोले घोष, भक्त करते जयकारे ।

भजे सुधा कर जोरि, नमामि जै गिरिजेश्वर ।

करो सृष्टि उद्धार, कृपानिधि जै शिवशंकर ।।



पढ़िए सावन और शिव भक्ति पर आधारित अन्य कुण्डलिया छंद निम्न लिंक पर ।

● मन में भरे उमंग, मनोहर पावन सावन



टिप्पणियाँ

  1. बहुत सुंदर भक्ति और भावों से पूर्ण कुंडलियाँ सुधा जी ।
    हार्दिक बधाई।

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  2. बहुत सुंदर भक्ति और भावों से पूर्ण कुंडलियाँ सुधा जी ।
    हार्दिक बधाई।
    कुसुम कोठारी 'प्रज्ञा'

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  3. बहुत सुंदर एवम धन्यवाद इस पवित्र श्रावण मास में भोले बाबा की भक्तिमय स्तुति की रचना के लिए पुनः धन्यवाद।

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  4. बहुत ही सुन्दर भक्ति मय रचना मन आह्लादित हो गया सखी

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  5. भक्ति भाव से पूरित भगवान शिव को समर्पित कुण्डलियाँ मनभावन लगी ।अति सुन्दर सृजन सुधा जी !

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