पीरियड
"पीरियड ! कौन सा"? राहुल ने जैसे ही कहा लड़कियाँ मुँह में हाथ रखकर हा!..कहते हुए एक दूसरे को देखने लगी,
राहुल- "अरे!क्या हुआ ? अभी नेहा किस पीरियड की बात कर रही थी"?
रश्मि(गुस्से में )- "शर्म नहीं आती ऐसी बातें करते हुए, अभी मैम को बताते हैं। "
सभी लड़कियाँ क्लासटीचर से राहुल की शिकायत करने चली गयी और मैम को सब बताते हुए बोली कि कल भी इसने नेहा के बैग में रखे पैड के बारे में पूछा कि ग्रीन पैकेट में क्या है" ?
क्लासटीचर ने क्रोधित होते हुए राहुल से पूछा तो उसने सहजता से कहा; "जी मैम! मैंने पूछा था इनसे "।
"बड़े ढ़ीठ हो तुम! गलती का एहसास तक नहीं, अभी तुम्हारे पैरेंट्स को बताती हूँ", कहकर मैम ने उसके घर फोन किया।
(राहुल अब भी अपनी गलती नहीं समझ पाया ।उसे कक्षा से बाहर खड़ा कर दिया गया)।
उधर फोन सुनकर उसके पैरेंट्स सब काम-काज छोड़ हड़बड़ाकर स्कूल पहुँचे।
राहुल की माँ-"मैम!क्या हुआ मेरे बेटे को?वो ठीक तो है न" ?
टीचर-"जी!वह तो ठीक है, लेकिन उसकी हरकतें ठीक नहीं हैं, बिगड़ रहा है आजकल । लड़कियों के बैग चैक करता है,उन्हें पीरियड्स के बारे में पूछता है"।
(टीचर की शिकायत पर राहुल कुछ सकुचा गया)।
राहुल के पापा- "क्या ये सच है ? राहुल" !
राहुल (धीमें स्वर में) ---"जी,पापा ! पर"..
(जोरदार थप्पड़ की आवाज से पूरी कक्षा गूँज उठी)।
तभी राहुल की माँ ने उसके पापा का हाथ पकड़कर रोकते हुए मैम से निवेदन किया कि उन्हें बेटे से अकेले में बात करने की आज्ञा दें।और राहुल को बरामदे में ले गयी।
थोड़ी ही देर में आकर सब से बोली कि "इसने नेहा का बैग नोटबुक लेने के लिए उसी के कहने पर खोला।और उसमें ग्रीन पैकेट देखकर पूछा कि इसमें क्या है?... मतलब खाने की कौन सी चीज है"।
"इसने लड़कियों को फुसफुसाते सुना कि पीरियड है, ध्यान रखना! किसी को पता न चले।तो इसने उनसे पूछा कि कौन सा पीरियड? मतलब किस सबजैक्ट का पीरियड"?
"क्योंकि बारह साल का राहुल अभी उस पीरियड्स के बारे में नहीं जानता।जिसे इसी उम्र में लड़कियाँ जान जाती हैं"।
सच जानकर टीचर का सिर पश्चाताप से झुक गया...।
चित्र साभार गूगल से......
टिप्पणियाँ
पीरियड और पीरियड्स मे जमीन आसमान का फर्क है
सुधार कर लीजिए
सादर
सार्थक सृजन सुधा जी।
स्कूल में तो क्या घर या समाज में कहीं भी...
रचना पर विमर्श करती सुन्दर प्रतिक्रिया हेतु तहेदिल से धन्यवाद एवं आभार आपका।
आपने शब्द चयन ठीक करने का सुझाव दिया मैं समझ नहीं पायी कहाँ सुधार करना चाहिए शीर्षक में या सभी जगह...? मेरे हिसाब से तो द्विअर्थी और संदेहास्पद शब्द पीरियड सही लिखा है फिर भी यदि आपको लगा हो तो जरूर कहीं कुछ कसर होगी कृपया अर्थ स्पष्ट करते हुए मार्गदर्शन करें...।
और नासमझी के लिए क्षमा कीजिएगा🙏🙏🙏
सादर
संवेदनशील विषय और बाल मनोविज्ञान पर विमर्षशील प्रस्तुति।
सादर
ब्लॉग पर आपका स्वागत है।
ब्लॉग पर आपका स्वागत है।
एक संवेदनशील विषय पर बहुत ही सुंदर लेख। हाँ, शिक्षकों और माता -पिता, दोनों को ही बच्चों की जिज्ञासा का ठीक से समाधान करना चाहिए और क्रोधित होने से पहले , उनसे पूरी बात जान लेनी चाहिए पर दुःख की बात की ऐसा सदैव नहीं होता।
साथ ही साथ हमें लड़कों को भी इस विषय पर मर्यादित रूप से थोड़ा ज्ञान देना चाहिए , आखिर ऐसे कठिन समय में लड़कियों को भी ऐसे लड़के चाहिए जो उनके प्रति संवेदनशील हों। इसी से शायद लड़कियों के प्रति इस समय जो अछूत और अपवित्रता की भावना उतपन्न हुई है, वह भी मिटे। सुंदर रचना के लिए ह्रदय से आभार।
आपकी सुन्दर एवं सारगर्भित प्रतिक्रिया हेतु।
ब्लॉग पर आपका स्वागत है।