tag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post8960619796755002605..comments2024-03-26T15:35:51.593+05:30Comments on Nayisoch: आओ देशभक्ति निभायें...Sudha Devranihttp://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-77563242952813208472020-04-08T22:49:59.873+05:302020-04-08T22:49:59.873+05:30हृदयतल से धन्यवाद नासवा जी !उत्साहवर्धन हेतु
सादर ...हृदयतल से धन्यवाद नासवा जी !उत्साहवर्धन हेतु<br />सादर आभार।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-1597301588874753592020-04-08T16:09:11.152+05:302020-04-08T16:09:11.152+05:30आज तो सभी को कंधे से कह्न्धा मिला के चलने का समय ह...आज तो सभी को कंधे से कह्न्धा मिला के चलने का समय है ... <br />मानवता भुई यही कर रही अहि सब साथ चलें ... अपने लीडर का साथ दें ... वो सबसे अच्छा करने की कोशिश कर रहा है ... उसका विरोध कैसा ... बहुत ही भावपूर्ण, आशा लिए आपके शब्द ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-68250680117839423332020-04-06T11:36:03.538+05:302020-04-06T11:36:03.538+05:30आपकी सराहनीय प्रतिक्रिया पाकर मेरी रचना सार्थक हुई...आपकी सराहनीय प्रतिक्रिया पाकर मेरी रचना सार्थक हुई सखी!हृदयतल से धन्यवाद आपका।<br />सस्नेह आभार।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-49395200694866245892020-04-05T23:32:46.498+05:302020-04-05T23:32:46.498+05:30अब लगता है भूखे ही मरे होते
अपने घर-गाँवों में
यूँ...अब लगता है भूखे ही मरे होते<br />अपने घर-गाँवों में<br />यूँ मीलों पैदल न चलते<br />छाले पड़े पाँवों में...<br /> प्रिय सुधा जी , वह कवि मन ही क्या जो दूसरों के दर्द से अनजान रहे | मार्मिक रचना उन श्रमवीरों के नाम जिनमें हौसला है , जीवन की हर विपति से निपटने का | जिन्होंने कर्मनगरी मे रहकर भी अपनी माटी को विस्मृत नहीं किया है | उनकी जीवटता को नमन और आपकी काव्य प्रतिभा को , जो अभिव्यक्ति का रास्ता ढूंढ ही लेती है | हार्दिक स्नेह के साथ |रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-54911481748147855032020-04-05T23:29:50.777+05:302020-04-05T23:29:50.777+05:30सहृदय धन्यवाद सदा जी !
सादर आभार।सहृदय धन्यवाद सदा जी !<br />सादर आभार।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-84454899296570946832020-04-05T23:29:17.892+05:302020-04-05T23:29:17.892+05:30हृदयतल से धन्यवाद एवं आभार आदरणीय ओंकार जी !हृदयतल से धन्यवाद एवं आभार आदरणीय ओंकार जी !Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-84436637381948719092020-04-05T23:28:13.392+05:302020-04-05T23:28:13.392+05:30हार्दिक धन्यवाद जेन्नी शबनम जी !
सादर आभार।हार्दिक धन्यवाद जेन्नी शबनम जी !<br />सादर आभार।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-17018148563984842472020-04-05T23:27:28.372+05:302020-04-05T23:27:28.372+05:30तहेदिल से धन्यवाद मीना जी !
सादर आभार।तहेदिल से धन्यवाद मीना जी !<br />सादर आभार।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-58106699240173764832020-04-05T23:26:36.045+05:302020-04-05T23:26:36.045+05:30आभारी हूँ आदरणीय जोशी जी !
हार्दिक धन्यवाद आपका।आभारी हूँ आदरणीय जोशी जी !<br />हार्दिक धन्यवाद आपका।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-38805586338680244552020-04-05T14:42:27.573+05:302020-04-05T14:42:27.573+05:30सामयिक रचना ... बेहद भावपूर्ण और सशक्त भी!!सामयिक रचना ... बेहद भावपूर्ण और सशक्त भी!!सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-63828022319550433062020-04-05T11:45:21.377+05:302020-04-05T11:45:21.377+05:30सुन्दर प्रस्तुतिसुन्दर प्रस्तुतिOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-54761601873091834722020-04-04T22:12:15.815+05:302020-04-04T22:12:15.815+05:30सामयिक और भावपूर्ण रचना. बहुत बधाई.सामयिक और भावपूर्ण रचना. बहुत बधाई.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-37926102967292580612020-04-04T21:10:28.624+05:302020-04-04T21:10:28.624+05:30कहते हैं बाहर नहीं निकलना
यही सच्ची देशभक्ति है
तो...कहते हैं बाहर नहीं निकलना<br />यही सच्ची देशभक्ति है<br />तो हम भी हैं देशभक्त इतनी तो <br />हम में भी शक्ति है<br />अब जहाँ है वही रहकर हम <br />देशभक्ति निभायेंगे...<br />बहुत हृदयस्पर्शी सृजन सुधा जी ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-41641646261791872532020-04-04T19:18:41.095+05:302020-04-04T19:18:41.095+05:30जी। देशभक्त अवश्य देशभक्ति निभायेंगे। सुन्दर सृजन।...जी। देशभक्त अवश्य देशभक्ति निभायेंगे। सुन्दर सृजन।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-49068607697749211832020-04-04T17:21:11.742+05:302020-04-04T17:21:11.742+05:30जी नमस्ते,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा रवि...जी नमस्ते,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा रविवार(०५-०४-२०२०) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">शब्द-सृजन-१४ "देश प्रेम"( चर्चा अंक-३६६२)</a> पर भी होगी।<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />आप भी सादर आमंत्रित है <br />….<br />अनीता सैनी अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-15165107872746938122020-04-04T12:19:18.206+05:302020-04-04T12:19:18.206+05:30बहुत बहुत धन्यवाद, ज्योति जी! उत्साह वर्धन हेतु......बहुत बहुत धन्यवाद, ज्योति जी! उत्साह वर्धन हेतु....<br />सस्नेह आभार।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-13272916012522661712020-04-04T08:40:41.057+05:302020-04-04T08:40:41.057+05:30आओ आज सब मिलकर देशभक्ति निभालें।
इस महामारी से अपन...आओ आज सब मिलकर देशभक्ति निभालें।<br />इस महामारी से अपने देश को बचा लें<br />सही कहा सुधा दी आज जरूरत देश को बचाने की हैं।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-78645370788588836492020-04-03T18:12:06.335+05:302020-04-03T18:12:06.335+05:30जी , रितु जी! सही कहा जान है तो जहान है
तहेदिल से ...जी , रितु जी! सही कहा जान है तो जहान है<br />तहेदिल से धन्यवाद, आपका उत्साहवर्धन हेतु...<br />सस्नेह आभार।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-14089743104894886872020-04-03T18:10:04.738+05:302020-04-03T18:10:04.738+05:30जी, शशि जी! विचित्र लीला है। पर अपना अपना भाग्य।.....जी, शशि जी! विचित्र लीला है। पर अपना अपना भाग्य।....<br />हम औरों की देखादेखी क्यों करें जो हमसे बन पडे़गा उतना तो कर सकते हैं इन्सानियत के नाते....।<br />अत्यंत आभार आपका।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-79389147269154914692020-04-03T16:37:36.141+05:302020-04-03T16:37:36.141+05:30जातिवाद का बचकाना छोड़
आओ कुछ देशभक्ति निभालें
सच...जातिवाद का बचकाना छोड़<br />आओ कुछ देशभक्ति निभालें <br />सच में सुधा जो सबसे पहले देश है , जान तो जहान हैं Ritu asooja rishikesh https://www.blogger.com/profile/07490709994284837334noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-13593085459582546782020-04-03T14:58:20.527+05:302020-04-03T14:58:20.527+05:30आज अपने घर-गाँव वाले ही
हमें इनकार करते हैं
जहाँ ह...आज अपने घर-गाँव वाले ही<br />हमें इनकार करते हैं<br />जहाँ हो जिस हाल में हो वहीं रहो<br />अपना प्रतिकार करते हैं<br />कहते हैं बाहर नहीं निकलना<br />यही सच्ची देशभक्ति है। <br />बहुत सुंदर। आजकल पहाड़ में कमोबेस यही स्थिति आन पड़ी है। और डर भी स्वाभविक है।<br />यथार्थ का सजीव चित्रण करती पंक्तियाँ,बहुत खूब।शैलेन्द्र थपलियालhttps://www.blogger.com/profile/01271615011678336621noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-55691914928523784912020-04-03T13:13:42.619+05:302020-04-03T13:13:42.619+05:30तुम खाओ दूध- मलाई
समाजसेवा का ढोल बजाओ
फ़ोटो खिंचव...तुम खाओ दूध- मलाई <br />समाजसेवा का ढोल बजाओ<br />फ़ोटो खिंचवा देवता कहाओ<br />और हम देशभक्ति निभाए..?<br />विचित्र लीला इस सभ्य समाज की सुधा दी।<br /><br />व्याकुल पथिकhttps://www.blogger.com/profile/16185111518269961224noreply@blogger.com