tag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post6989721831748892242..comments2024-03-26T15:35:51.593+05:30Comments on Nayisoch: आराम चाहिए......Sudha Devranihttp://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-37021852459238272022021-08-27T23:30:32.197+05:302021-08-27T23:30:32.197+05:30आभारी हूँ कुसुम जी बहुत बहुत धन्यवाद आपका।आभारी हूँ कुसुम जी बहुत बहुत धन्यवाद आपका।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-25743578583255787232021-08-27T23:08:10.254+05:302021-08-27T23:08:10.254+05:30सटीक! सही सही चित्रण, आज के परिप्रेक्ष्य में ऐसी ह...सटीक! सही सही चित्रण, आज के परिप्रेक्ष्य में ऐसी ही मनोवृत्ति बन गई हैं ।<br />बहुत सुंदर सृजन सुधा जी ।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-49977781022399450602021-08-26T17:03:40.626+05:302021-08-26T17:03:40.626+05:30जी ज्योति जी सही कहा आपने...
तहेदिल से धन्यवाद एवं...जी ज्योति जी सही कहा आपने...<br />तहेदिल से धन्यवाद एवं आभार आपका।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-38412689979952857802021-08-26T17:02:37.801+05:302021-08-26T17:02:37.801+05:30आभारी हूँ जिज्ञासा जी!बहुत बहुत धन्यवाद आपकी सुन्द...आभारी हूँ जिज्ञासा जी!बहुत बहुत धन्यवाद आपकी सुन्दर प्रतिक्रिया से उत्साहवर्धन करने हेतु।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-78283975358399500652021-08-26T17:01:11.313+05:302021-08-26T17:01:11.313+05:30सहृदय धन्यवाद मीना जी!मेरी रचना को चर्चा मंच पर सा...सहृदय धन्यवाद मीना जी!मेरी रचना को चर्चा मंच पर साझा कने हेतु।<br />सस्नेह आभार।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-19615073872524484502021-08-26T16:56:54.051+05:302021-08-26T16:56:54.051+05:30जी जितेन्द्र जी! आजकल बच्चों को ही देखें तो हिलने ...जी जितेन्द्र जी! आजकल बच्चों को ही देखें तो हिलने से खुश नहीं हैं...कोई छोटा-मोटा सामान लाने को कहो तो सीधे ऑर्डर कर देते हैं पढ़ाई भी डिजिटल हो गयी अब तो कलम घिसने जितनी मेहनत भी क्यों करनी मार्केटिंग कम्पनियों के चलते बस फॉलोअर्स बनाए और काम हो गया मेहनत को गधा मजदूरी कहते सुन सकते हैं इन्हें माना कि बहुत स्मार्ट हो रहे हैं ये पर शरीर को चलाना भी तो जरूरी है इस आराम का नतीजा क्या होगा.... और सभी आराम ही करने लगें तो..?<br />अत्यंत आभार एवं धन्यवाद आपका ।<br /><br /><br /><br /><br />Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-75327224723296968472021-08-26T15:52:01.918+05:302021-08-26T15:52:01.918+05:30आभारी हूँ अनीता जी!बहुत बहुत धन्यवाद आपका।आभारी हूँ अनीता जी!बहुत बहुत धन्यवाद आपका।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-55397450564278369112021-08-26T15:51:07.913+05:302021-08-26T15:51:07.913+05:30सस्नेह आभार भाई!सस्नेह आभार भाई!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-7645631248800002392021-08-26T14:27:18.947+05:302021-08-26T14:27:18.947+05:30सुधा दी,पहले कहा जाता था कि आराम हराम है। लेकिन आज...सुधा दी,पहले कहा जाता था कि आराम हराम है। लेकिन आजकल की कहावत है कि काम हराम है।<br />बहुत सुंदर रचना।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-78317446482859309832021-08-26T09:32:22.878+05:302021-08-26T09:32:22.878+05:30
बच्चों को दिखाते हैं, ये अन्तरिक्ष के सपने !
जमीं...<br />बच्चों को दिखाते हैं, ये अन्तरिक्ष के सपने !<br />जमीं में नजर आये न इनको कोई अपने<br />जमींं में रखा क्या, मिट्टी से है घृणा .....<br />पर घर में भरे अन्न के गोदाम चाहिए !!<br />आज हर किसी को आराम चाहिए........बहुत ही यथार्थपूर्ण सार्थक रचना की है आपने सुधा जी । बधाई हो 💐💐जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-32917732904691217272021-08-26T05:06:39.793+05:302021-08-26T05:06:39.793+05:30बात ठीक ही है सुधा जी आपकी। 'हर किसी' पर च...बात ठीक ही है सुधा जी आपकी। 'हर किसी' पर चाहे यह लागू न हो किन्तु ऐसी प्रवृत्ति बनती जा रही है लम्बे समय से। परिश्रम की महिमा का घटना वास्तव में उचित नहीं। आभार आपका सही समय पर स्मरण कराने के लिए।जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-70331017558334602012021-08-25T23:55:00.054+05:302021-08-25T23:55:00.054+05:30वाह!गज़ब लिखा।
सराहना से परे।
सादर वाह!गज़ब लिखा।<br />सराहना से परे।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-29659552499533503112021-08-25T21:57:03.587+05:302021-08-25T21:57:03.587+05:30आज की युवान भाई बहिनों को शायद जरूर प्रेरणा मिलेगी...आज की युवान भाई बहिनों को शायद जरूर प्रेरणा मिलेगी की ओ अपना स्वमूल्यांकन कर समाज एवं देश के लिए कुछ अपना अंशदान देंगे। बहुत सुंदर दर्शन कराती रचना साधुवाद।शैलेन्द्र थपलियालhttps://www.blogger.com/profile/01271615011678336621noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-709698891341299092021-08-25T19:59:00.204+05:302021-08-25T19:59:00.204+05:30अत्यंत आभार एवं धन्यवाद उर्मिला जी!अत्यंत आभार एवं धन्यवाद उर्मिला जी!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-25721399568939692602021-08-25T19:58:24.415+05:302021-08-25T19:58:24.415+05:30हार्दिक धन्यवाद एवं आभार आ. सर!हार्दिक धन्यवाद एवं आभार आ. सर!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-47728044782986120802021-08-25T18:13:20.007+05:302021-08-25T18:13:20.007+05:30आज के समय का यथार्थ चित्रण।आज के समय का यथार्थ चित्रण।उर्मिला सिंहhttps://www.blogger.com/profile/02492149402964498738noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-17586305831892172022021-08-25T17:45:12.895+05:302021-08-25T17:45:12.895+05:30भाषण में काम कीजिए, कागज़ पे कीजिए,
नाज़ुक हैं हाथ-प...भाषण में काम कीजिए, कागज़ पे कीजिए,<br />नाज़ुक हैं हाथ-पैर तो आराम दीजिए . गोपेश मोहन जैसवालnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-14120471202267743632021-08-25T14:11:37.980+05:302021-08-25T14:11:37.980+05:30अत्यंत आभारी हूँ आ.संगीता जी!आपकी अनमोल प्रतिक्रिय...अत्यंत आभारी हूँ आ.संगीता जी!आपकी अनमोल प्रतिक्रिया एवं निरन्तर सहयोग हेतु<br />बहुत बहुत धन्यवाद आपका।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-56511841373817501392021-08-25T13:28:26.125+05:302021-08-25T13:28:26.125+05:30बड़ी खरी खरी बात कह दी है । आज समाज को आईना दिख रही...बड़ी खरी खरी बात कह दी है । आज समाज को आईना दिख रही है ये रचना ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com