tag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post5703771670986166844..comments2024-03-26T15:35:51.593+05:30Comments on Nayisoch: प्रेमSudha Devranihttp://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-37147260762635518142022-04-06T17:36:07.809+05:302022-04-06T17:36:07.809+05:30हार्दिक धन्यवाद एवं आभार रेणु जी !हार्दिक धन्यवाद एवं आभार रेणु जी !Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-79638259712107890822022-04-05T22:16:00.212+05:302022-04-05T22:16:00.212+05:30प्रेम के पार, प्रेमी का संसार
आत्मिक मिलन
...प्रेम के पार, प्रेमी का संसार<br /> आत्मिक मिलन<br /> नहीं कोई सांसारिक बंधन<br /> बंद आँखों में<br /> पावन सा अपना मिलन//अनोखा,अजीब सा,//मनभावन, वह आलिंगन <br /> जिसके साक्ष्य बनते///सुदूर आसमां में//सूरज ,चाँद ,सितारे ////<br />बहुत ही सटीक परिभाशा दिव्य प्रेमानुभूति की।प्रेम बंधन में बंध कर समाप्त हो जाता है,तो वहीं उन्मुक्त रह खूब पनपता और मजबूत होता है एक बार फिर से ।आलौकिक आनंद से भरे प्रेम की संपूर्णता से साक्षात्कार कर बहुत अच्छा लगा प्रिय सुधा जी।हार्दिक बधाई और प्यार आपको।रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-12258073503759128012022-04-05T21:59:32.711+05:302022-04-05T21:59:32.711+05:30तहेदिल से धन्यवाद एवं आभार कुसुम जी !तहेदिल से धन्यवाद एवं आभार कुसुम जी !Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-36420516480889930112022-04-05T15:17:04.390+05:302022-04-05T15:17:04.390+05:30प्रेम का प्रेम से अभिनन्दन।
बहुत सुंदर दिल को सुकू...प्रेम का प्रेम से अभिनन्दन।<br />बहुत सुंदर दिल को सुकून देती दुर्वा सी कोमल मुलायम रचना।<br />अहसास के परे होता है प्रेम का अहसास।<br />मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-48278395285711792542022-04-04T23:14:34.786+05:302022-04-04T23:14:34.786+05:30हृदयतल से धन्यवाद कामिनी जी मेरी रचना को मंच प्रदा...हृदयतल से धन्यवाद कामिनी जी मेरी रचना को मंच प्रदान करने हेतु।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-87982010053690757082022-04-04T20:21:57.182+05:302022-04-04T20:21:57.182+05:30सादर नमस्कार ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्... सादर नमस्कार , <br /><br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (5-4-22) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow">"शुक्रिया प्रभु का....."(चर्चा अंक 4391)</a> पर भी होगी।<br /> आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी। <br />------------<br />कामिनी सिन्हा <br />Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-41081693916921458452022-02-22T06:32:25.851+05:302022-02-22T06:32:25.851+05:30प्रेम
अपरिभाषित एहसास।
" स्व" की तिल...प्रेम<br /> अपरिभाषित एहसास।<br /> " स्व" की तिलांजली...<br /> "मै" से मुक्ति !<br /> सर्वस्व समर्पण भाव<br /> बेहतरीन रचना सखी।Anuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-10543435167172673782022-02-15T19:14:59.162+05:302022-02-15T19:14:59.162+05:30हृदयतल से धन्यवाद एवं आभार कामिनी जी!हृदयतल से धन्यवाद एवं आभार कामिनी जी!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-57058497722854761842022-02-15T16:16:38.347+05:302022-02-15T16:16:38.347+05:30प्रेम
अपरिभाषित एहसास।
" स्व" की तिल...प्रेम<br /> अपरिभाषित एहसास।<br /> " स्व" की तिलांजली...<br /> "मै" से मुक्ति !<br />जहां मैं से मुक्ति मिलती है वहीं से प्रेम का विस्तार होता है। आध्यात्मिक भाव लिए बहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति सुधा जी, दिल को छू गई आप की ये कृति,सादर नमन आपको 🙏Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-36003116769627428952022-02-15T09:03:02.342+05:302022-02-15T09:03:02.342+05:30तहेदिल से धन्यवाद एवं आभार प्रिय रेणु जी!तहेदिल से धन्यवाद एवं आभार प्रिय रेणु जी!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-16836901788571971162022-02-14T23:40:52.329+05:302022-02-14T23:40:52.329+05:30बहुत ही भावपूर्ण रचना प्रिय सुधा जी | प्रेम वही स...बहुत ही भावपूर्ण रचना प्रिय सुधा जी | प्रेम वही सही अर्थों में प्रेम है,जहाँ अनुबंध और प्रतिबंध नहीं |एक पावन अनुभूति है प्रेम जो निश्चित रूप से दुनिया के समस्त विकारों से दूर है | प्रेम की सुंदर परिभाषा के लिए बधाई और शुभकामनाएं|रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-62057252554874487162022-02-14T22:37:11.480+05:302022-02-14T22:37:11.480+05:30अत्यंत आभार एवं धन्यवाद आपका।अत्यंत आभार एवं धन्यवाद आपका।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-38452372551208735282022-02-14T21:27:56.077+05:302022-02-14T21:27:56.077+05:30अनुपम प्रेम गाथा।अनुपम प्रेम गाथा।Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-81718004009033196202022-02-14T19:18:12.421+05:302022-02-14T19:18:12.421+05:30सहृदय धन्यवाद एवं आभार श्वेता जी!सहृदय धन्यवाद एवं आभार श्वेता जी!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-14968414712517303882022-02-14T15:07:38.706+05:302022-02-14T15:07:38.706+05:30प्रेम में निहित
मीठी या खारी अनुभूति
जीवन का स्वा...प्रेम में निहित<br />मीठी या खारी अनुभूति<br /> जीवन का स्वाद है <br />प्रेम में विरह और मिलन<br />सृष्टि का सृजन आबाद है।<br />--//--<br />अत्यंत सुंदर भावपूर्ण सृजन सुधा जी।<br />सस्नेह।Sweta sinhahttps://www.blogger.com/profile/09732048097450477108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-51156431570284196382022-02-13T18:58:20.587+05:302022-02-13T18:58:20.587+05:30हृदयतल से धन्यवाद एवं आभार आ.संगीता जी मेरी पुरानी...हृदयतल से धन्यवाद एवं आभार आ.संगीता जी मेरी पुरानी रचना को 'पाँच लिंको के आनंद ' मंच पर साझा करने हेतु।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.com