tag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post4848411768648061019..comments2024-03-26T15:35:51.593+05:30Comments on Nayisoch: मन इतना उद्वेलित क्यों.........Sudha Devranihttp://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-86724162468736257402020-05-31T19:06:08.296+05:302020-05-31T19:06:08.296+05:30मन,बुद्धि,मानवता,ज्ञान और आत्मज्ञान पर सटीक एवं सा...मन,बुद्धि,मानवता,ज्ञान और आत्मज्ञान पर सटीक एवं सार्थक अभिव्यक्ति। जीवन की दुरूहता को समझने के लिए भारतीय मनीषा में परिष्कृष्त ज्ञान का अक्षय भंडार है जिसे परिमार्जित करने की सतत प्रक्रिया अनवरत चलती रहे। <br />Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-54448205746828698092020-05-31T18:42:22.508+05:302020-05-31T18:42:22.508+05:30बहुत सुन्दर सृजन सुधा जी ! रचना में आपने मानव मन क...बहुत सुन्दर सृजन सुधा जी ! रचना में आपने मानव मन की कमजोरियों के साथ-साथ उनको दूर करने का मार्गदर्शन भी किया है । सकारात्मक चिन्तन युक्त रचना ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-70096792751834273432020-05-31T15:24:06.298+05:302020-05-31T15:24:06.298+05:30तहेदिल से धन्यवाद कुसुम जी! उत्साहवर्धन हेतु...
सस...तहेदिल से धन्यवाद कुसुम जी! उत्साहवर्धन हेतु...<br />सस्नेह आभार।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-88742620951192653912020-05-31T15:22:51.173+05:302020-05-31T15:22:51.173+05:30हार्दिक धन्यवाद अनीता जी मेरी रचना साझा करने हेतु।...हार्दिक धन्यवाद अनीता जी मेरी रचना साझा करने हेतु।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-76862128120301638062020-05-31T12:03:08.556+05:302020-05-31T12:03:08.556+05:30बहुत सुंदर सृजन सखी,सच मानव अगर अपनी दुर्बल भावनाओ...बहुत सुंदर सृजन सखी,सच मानव अगर अपनी दुर्बल भावनाओं पर जीत हासिल कर लें तो विश्व स्वर्ग बन जाए ।<br />सुंदर भाव सार्थक चिंतन।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-72426993495235538822020-05-30T23:03:37.713+05:302020-05-30T23:03:37.713+05:30जी नमस्ते,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल...जी नमस्ते,<br /><br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (३१-०५-२०२०) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">शब्द-सृजन-२३ 'मानवता,इंसानीयत' (चर्चा अंक-३७१८)</a> पर भी होगी।<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />आप भी सादर आमंत्रित है <br />….<br />अनीता सैनी <br />अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.com