tag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post2715983572762111787..comments2024-03-26T15:35:51.593+05:30Comments on Nayisoch: सिर्फ गृहिणी !Sudha Devranihttp://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comBlogger38125tag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-25692977620323008432022-06-19T17:56:39.254+05:302022-06-19T17:56:39.254+05:30जी, जिज्ञासा जी ! हृदयतल से धन्यवाद एवं आभार आपका ...जी, जिज्ञासा जी ! हृदयतल से धन्यवाद एवं आभार आपका ।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-45493394031025176582022-06-17T23:26:31.998+05:302022-06-17T23:26:31.998+05:30बहुत ही सार्थक विषय पर सुंदर कहानी लिखी है आपने सु...बहुत ही सार्थक विषय पर सुंदर कहानी लिखी है आपने सुधा जी ।ये परिस्थितियां तो हकीकत में हैं, कई स्त्रियां ऐसे निर्णयों से बाद में बहुत पछताती हैं, समय रहते भावना को उसके सही निर्णय ने तानों से बचा लिया । नहीं तो पूरा जीवन ताना सुनना नियति बन जाती। जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-71268214344623087952022-06-14T16:42:35.069+05:302022-06-14T16:42:35.069+05:30जी ज्योति जी सही कहा आपने...
तहेदिल से धन्यवाद एवं...जी ज्योति जी सही कहा आपने...<br />तहेदिल से धन्यवाद एवं आभार आपका ।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-76208070819113997022022-06-14T10:14:55.209+05:302022-06-14T10:14:55.209+05:30सुधा दी, पहले नारी अपनी बच्चों के प्रति जिम्मेदारी...सुधा दी, पहले नारी अपनी बच्चों के प्रति जिम्मेदारी समझ कर जॉब नहीं करती। लेकिन जब अमित जैसे पति उसे ताना मारते है तो वो अपने आप को ठगा सा महसूस करती है। <br />भावना ने अपने आत्मसम्मान हेतु बिल्कुल सही कदम उठाया। बहुत सुंदर और विचारणीय लघुकथा।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-83571170590025344082022-06-13T16:14:52.178+05:302022-06-13T16:14:52.178+05:30जी , सही कहा आपने बहुत सी ऐसी औरतें हैं
जो उम्र भर...जी , सही कहा आपने बहुत सी ऐसी औरतें हैं<br />जो उम्र भर सब कुछ होते हुए भी अभाव में जीती हैं....जी प्रयास करुँगी उनकी व्यथा कथा लिख सकूँ....अत्यंत आभार एवं धन्यवाद आपका।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-7914372427334152402022-06-13T16:08:43.584+05:302022-06-13T16:08:43.584+05:30जी, शुभा जी , सही कहा आपने घर जिसका ऋणी वह है गृहि...जी, शुभा जी , सही कहा आपने घर जिसका ऋणी वह है गृहिणी... परन्तु अमित जैसे लोग कहाँ समझते हैं ये बात...<br />हृदयतल से धन्यवाद एवं आभार आपका ।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-78779537378521579072022-06-13T16:05:59.270+05:302022-06-13T16:05:59.270+05:30जी, सही कहा आपने..
तहेदिल से धन्यवाद एवं आभार आपका...जी, सही कहा आपने..<br />तहेदिल से धन्यवाद एवं आभार आपका ।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-69893716126927367722022-06-12T17:18:23.074+05:302022-06-12T17:18:23.074+05:30सुधा जी ,हमारे समाज में अमित जैसी सोच वाले लोग ही ...सुधा जी ,हमारे समाज में अमित जैसी सोच वाले लोग ही अधिकांशतः मिलते है ,जिन्हें लगता है जैसे जिम्मेदारी का बोझ वो ही ढो रहे हैं ,गृहिणी का सही मायने ही उन्हें पता नही ..गृहिणी मतलब सारा घर जिसका सदा ऋणि हो ....। नायिका का निर्णय बहुत अच्छा लगा <br />शुभा https://www.blogger.com/profile/09383843607690342317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-69862984485391431092022-06-12T17:07:36.056+05:302022-06-12T17:07:36.056+05:30मुझे नहीं मालूम कि अमित के क्या मनोभाव रहे होंगे। ...मुझे नहीं मालूम कि अमित के क्या मनोभाव रहे होंगे। मेरी पत्नी भी गृहिणी है लेकिन पत्नी जॉब न करे तो कौन सी आफत है। मैं कमाता हूँ वह घर संभालती है। अब तो बच्चे इतने बड़े हो गए प्रायः पास नहीं रहते लेकिन खुश हैं। जॉब कभी कभी इतनी व्यस्तता दे देती है कि हम और हमारा घर ही जॉब स्थल लगने लगता है। हमारा घर कहाँ है पता नहीं चलता।विमल कुमार शुक्ल 'विमल'https://www.blogger.com/profile/16752757584209629034noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-37257454365471699642022-06-12T15:30:00.713+05:302022-06-12T15:30:00.713+05:30यदि बुढ़ापे में पति यह ताना मारता और हाथ में खर्च ...यदि बुढ़ापे में पति यह ताना मारता और हाथ में खर्च का एक पैसा न धरता तो वह क्या करती, एक कहानी ऐसी भी बनाओं सुधा, कितनी महिलाएं हैं जो आयु भर नहीं जानती कि बच्चों की शादी हो जाने के बाद उनके ऊपर पति कहर बरसा मेडेन वे क्या करें खासतौर पर रचना में संलग्न महिलाएं।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-73739134653151896672022-06-12T14:08:15.061+05:302022-06-12T14:08:15.061+05:30अत्यंत आभार एवं धन्यवाद नदीश जी !अत्यंत आभार एवं धन्यवाद नदीश जी !Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-49520431839393112202022-06-12T12:33:32.905+05:302022-06-12T12:33:32.905+05:30बहुत खूबबहुत खूबLokesh Nashinehttps://www.blogger.com/profile/10305100051852831580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-75202401450745857942022-06-12T12:02:38.114+05:302022-06-12T12:02:38.114+05:30अत्यंत आभार एवं धन्यवाद भारती जी !अत्यंत आभार एवं धन्यवाद भारती जी !Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-76373635902597416982022-06-11T23:38:45.042+05:302022-06-11T23:38:45.042+05:30अत्यंत आभार एवं धन्यवाद आ.नासवा जी!अत्यंत आभार एवं धन्यवाद आ.नासवा जी!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-91908663742073871242022-06-11T23:36:08.421+05:302022-06-11T23:36:08.421+05:30हार्दिक धन्यवाद एवं आभार आदरणीय आलोक जी !हार्दिक धन्यवाद एवं आभार आदरणीय आलोक जी !Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-29535296328557545662022-06-11T23:35:33.870+05:302022-06-11T23:35:33.870+05:30हार्दिक धन्यवाद एवं आभार सर !हार्दिक धन्यवाद एवं आभार सर !Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-52752688153661420372022-06-11T19:45:37.795+05:302022-06-11T19:45:37.795+05:30बहुत अफ़सोस है की गृह कार्य को पुरुष हीन हो के देखत...बहुत अफ़सोस है की गृह कार्य को पुरुष हीन हो के देखते हैं ... जबकि वाही आधार है सबके जीवन का ...<br />कहानी में बहुत गहरी वास्तविकता को बाखूबी लिखा है ... दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-15458478943982654942022-06-11T17:29:15.996+05:302022-06-11T17:29:15.996+05:30बहुत बहुत सुन्दर बहुत बहुत सुन्दर आलोक सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/17318621512657549867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-15311335674790817892022-06-11T14:16:06.542+05:302022-06-11T14:16:06.542+05:30इंसानी मनोभावों को साकार करती बहुत उम्दा रचना इंसानी मनोभावों को साकार करती बहुत उम्दा रचना गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-15266495362976691502022-06-11T11:07:14.934+05:302022-06-11T11:07:14.934+05:30जी, कुसुम जी स्त्रियों के लिए भी अपने नन्हें बच्च...जी, कुसुम जी स्त्रियों के लिए भी अपने नन्हें बच्चे बाहर वालों के हाथ छोड़कर जाना आसान नहीं होता ।परन्तु आजकल ऐसे लोगों के कारण स्वयं को सिद्ध करते हुए घिस पिट रही हैं औरते...और बच्चे भी कैसी कैसी मनोदशा के शिकार हैं ।<br />तहेदिल से धन्यवाद एवं आभार आपका ।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-75679834692358351282022-06-11T10:59:26.544+05:302022-06-11T10:59:26.544+05:30हार्दिक धन्यवाद एवं आभार आदरणीय शास्त्री जी मेरी र...हार्दिक धन्यवाद एवं आभार आदरणीय शास्त्री जी मेरी रचना को चर्चा मंच पर स्थान देने हेतु।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-63416077569971655632022-06-11T10:57:43.772+05:302022-06-11T10:57:43.772+05:30जी, रेणु जी भावना ने तो अमित की बात का अच्छा जबाब ...जी, रेणु जी भावना ने तो अमित की बात का अच्छा जबाब दिया ..आजकल ज्यादातर औरतें दे ही रही हैं परन्तु अमित जैसे ल़ोगों की वजह से बच्चों और बूढ़ों को अपनों का साथ नहीं मिल पा रहा है । यदि आर्थिक तंगी न हो तो माँए गृहिणी बन घर परिवार बच्चे बड़े बूढों को समय दें तो सबके लिए अच्छा ही होता.. है न।परन्तु आज हाँ और जीवन भर ताने से बेहतर ही है कि अब औरतें अपने कैरियर पर ध्यान दे रही हैं।<br />हृदयतल से धन्यवाद एवं आभारआपका<br />सारगर्भित प्रतिक्रिया हेतु ।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-91875624504965422152022-06-11T10:43:33.842+05:302022-06-11T10:43:33.842+05:30हार्दिक धन्यवाद ए्ं आभार अनुपमा जी !हार्दिक धन्यवाद ए्ं आभार अनुपमा जी !Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-28655111236219410462022-06-11T05:44:05.800+05:302022-06-11T05:44:05.800+05:30जी, आ. ज्योति जी ! सही कहा अमित जैसे इंसान ऐसे ही ...जी, आ. ज्योति जी ! सही कहा अमित जैसे इंसान ऐसे ही विशिष्ट श्रेणी में आने चाहिए ..<br />और इनकी शिक्षा भी उन्हे स्पेशल बच्चों के साथ हो पर क ई ऐसे मानसिक बीमार समाज में बीमारी फैला रहे हैं और किसी को उनकी इस मानसिक बीमारी का भान भी नहीं ।<br />आपकी बेटी विशिष्ट बच्चों के स्कूल में पढ़ाती हैं बहुत ही बड़ा एवं मुश्किल काम है ।<br />भगवान उन्हें संबल दे ऐसे बच्चों की मदद करने का।<br />अत्यंत आभार एवं धन्यवाद आपका सारगर्भित प्रतिक्रिया से सृजन को सार्थकता प्रदान करने हेतु ।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-62260768619693588912022-06-11T05:28:51.156+05:302022-06-11T05:28:51.156+05:30जी, मीनाजी जी, सारगर्भित प्रतिक्रिया हेतु तहेदिल स...जी, मीनाजी जी, सारगर्भित प्रतिक्रिया हेतु तहेदिल से धन्यवाद एवं आभार आपका।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.com