tag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post2239227347729340477..comments2024-03-26T15:35:51.593+05:30Comments on Nayisoch: चुप सो जा...मेरे मन ...चुप सो जा..!!!Sudha Devranihttp://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-87986164151142444532021-10-21T16:30:01.040+05:302021-10-21T16:30:01.040+05:30तहेदिल से धन्यवाद मीनू गुप्ता जी !
ब्लॉग पर आपका स...तहेदिल से धन्यवाद मीनू गुप्ता जी !<br />ब्लॉग पर आपका स्वागत है।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-72353240113639955322021-10-21T16:13:38.109+05:302021-10-21T16:13:38.109+05:30बहुत ही खूबसूरत लिखा है आपने🙏बहुत ही खूबसूरत लिखा है आपने🙏Meenu guptahttps://www.blogger.com/profile/05751716698513766167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-67411509842184206052021-10-21T16:09:21.395+05:302021-10-21T16:09:21.395+05:30बहुत खूब... मन को छू लिया...��बहुत खूब... मन को छू लिया...��Meenu guptahttps://www.blogger.com/profile/05751716698513766167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-70072780653615226192021-08-06T18:10:20.530+05:302021-08-06T18:10:20.530+05:30तहेदिल से धन्यवाद सखी!तहेदिल से धन्यवाद सखी!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-30841875755882217482021-08-06T15:45:25.924+05:302021-08-06T15:45:25.924+05:30सोकर जगेगा, तब नया सा प्राण पायेगा ,
जो खो दिय...सोकर जगेगा, तब नया सा प्राण पायेगा ,<br /> जो खो दिया अब तक, उसे भी भूल जायेगा ;<br /> पाकर नया कुछ, फिर पुराना तू यहाँ खो जा.......<br />*चुप सो जा ..........मेरे मन.........चुप सो जा*........!!! बेहद सुंदर भावपूर्ण अभिव्यक्ति सखी।<br /> Anuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-4649838261428774842021-08-02T17:11:44.020+05:302021-08-02T17:11:44.020+05:30सहृदय धन्यवाद एवं आभार जिज्ञासा जी! सराहना सम्पन्...सहृदय धन्यवाद एवं आभार जिज्ञासा जी! सराहना सम्पन्न प्रतिक्रिया द्वारा मेरा उत्साहवर्धन करने हेतु।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-3762198483071851672021-08-02T17:01:39.624+05:302021-08-02T17:01:39.624+05:30तहेदिल से धन्यवाद आ.संगीता जी आपकी अनमोल प्रतिक्रि...तहेदिल से धन्यवाद आ.संगीता जी आपकी अनमोल प्रतिक्रिया पाकर सृजन सार्थक हुआ..<br />सादर आभार।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-77414079307739658202021-08-02T16:56:34.487+05:302021-08-02T16:56:34.487+05:30तहेदिल से धन्यवाद सर! अनमोल प्रतिक्रिया से मेरा उत...तहेदिल से धन्यवाद सर! अनमोल प्रतिक्रिया से मेरा उत्साहवर्धन करने हेतु।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-88674621600528811212021-08-02T13:49:43.067+05:302021-08-02T13:49:43.067+05:30
दस्तूर हैं दुनिया के कुछ, तू भी सीख ले ;
है ...<br />दस्तूर हैं दुनिया के कुछ, तू भी सीख ले ;<br /> है सुरमई सुबह यहाँ, तो साँझ भी ढ़ले ,<br /> चिलमिलाती धूप है, तो स्याह सी है रात भी....<br /> है तपिश जब दुपहरी,तो छाँव की सौगात भी...<br /> दुःख नरक से लग रहे तो, स्वर्ग भी है जिन्दगी ;<br /> चाह सुख की है तुझे तो ,कर ले तू भी बन्दगी....!<br /> पलकों में उम्मीदों के सपने तू सजा...... ...!<br />चुप सो जा.......मेरे मन...........चुप सो जा...........!!!...बहुत ही सुंदर और भावों से सराबोर कविता,इस अंतरा ने तो सभी की जिदंगी को अपने से जोड़ लिया,हर मन के एहसासों की सुंदर लड़ी जैसी कविता के लिए हार्दिक शुभकामनाएं आपको सुधा जी।<br /> जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-57509502570085408372021-08-02T08:17:20.885+05:302021-08-02T08:17:20.885+05:30कितनी सहजता से मन को समझा रही हैं । सच है कि हर रा...कितनी सहजता से मन को समझा रही हैं । सच है कि हर रात के बाद सुबह होती है इसी लिए मन को धैर्य रखने के लिए मन को भी सोने के लिए कहा जा रहा है । सुंदर रचना ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-9069763248924212542021-08-02T07:01:41.284+05:302021-08-02T07:01:41.284+05:30नैराश्य के अंधकार को सुलाने वाली और आशा के दीप जला...नैराश्य के अंधकार को सुलाने वाली और आशा के दीप जलाने वाली बहुत सुन्दर लोरी ! गोपेश मोहन जैसवालnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-9299897833925061652021-08-01T17:00:06.800+05:302021-08-01T17:00:06.800+05:30तहेदिल से धन्यवाद ज्योति जी!
सस्नेह आभार।तहेदिल से धन्यवाद ज्योति जी!<br />सस्नेह आभार।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-64291398038451000402021-08-01T14:09:29.588+05:302021-08-01T14:09:29.588+05:30 है तपिश जब दुपहरी,तो छाँव की सौगात भी...
दु... है तपिश जब दुपहरी,तो छाँव की सौगात भी...<br /> दुःख नरक से लग रहे तो, स्वर्ग भी है जिन्दगी ;<br /> चाह सुख की है तुझे तो ,कर ले तू भी बन्दगी....!<br /> पलकों में उम्मीदों के सपने तू सजा...... ...!<br />चुप सो जा.......मेरे मन...........चुप सो जा...........!!!<br />बहुत सुंदर अभिव्यक्ति, सुधा दी।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7355806065865753929.post-34378447804739285952021-08-01T13:41:11.305+05:302021-08-01T13:41:11.305+05:30Very niceVery niceTejbhan Singhhttps://www.blogger.com/profile/10049789272565229358noreply@blogger.com